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जयपुर तक /जयपुर ब्यूरो रिपोर्ट:
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एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (चमकी बुखार) के कारण बिहार में हुई मासूम बच्चों की मौतों को ध्यान में रखते हुए प्रदेश में अलर्ट रहने के निर्देश दिये गए हैं। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ रघु शर्मा ने स्वास्थ्य विभाग और सभी सरकारी अस्पतालों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही इस बीमारी के उपचार से संबंधित सभी व्यवस्था के लिए पहले से ही तैयार रहने को कहा गया है। 

अंग्रेजी वेबसाइट डेली मेल और द गार्जियन में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार बच्चों की मौत एक ऐसे जहरीले पदार्थ की वजह से हुई है जो लीची में पाया जाता है। उल्लेखनीय है कि 'चमकी बुखार' में बच्चे को लगातार तेज बुखार रहता है। साथ ही बच्चे के शरीर में ऐंठन के साथ बच्चा अपने दांत पर दांत चढ़ाए रहता है। शरीर में कमजोरी आने के कारण बच्चा बार-बार बेहोश होता रहता है व शरीर में कंपन के साथ बार-बार झटके लगते रहते हैं। इस बीमारी के वायरस शरीर में पहुंचते ही खून में शामिल होकर अपना प्रजनन शुरू कर देते हैं।


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DESK HP NEWS

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